Thursday 30 October 2014

Important web addresses

🔘 MODI GOVERNMENT INTRODUCED ONLINE SERVICES 🔘 

*Obtain:
1.  Birth Certificate
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=1

2.  Caste Certificate
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=4

3.  Tribe Certificate
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=8

4.  Domicile Certificate
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=5

5.  Driving Licence
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=6

6.  Marriage Certificate
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=3

7.  Death Certificate
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=2

Apply for:
1.    PAN Card
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=15

2.     TAN Card
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=3

3.     Ration Card
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=7

4.     Passport
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=2

5.     Inclusion of name in the Electoral Rolls
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=10

Register:  
1.    Land/Property
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=9

2.    Vehicle
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=13

3.    With State Employment Exchange
http://www.india.gov.in/howdo/howdoi.php?service=12

4.    As Employer
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=17

5.    Company
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=19

6.    .IN Domain
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=18

7.    GOV.IN Domain
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=25

Check/Track:
1.    Waiting list status for Central Government Housing
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=9

2.     Status of Stolen Vehicles
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=1

3.    Land Records
http://www.india.gov.in/landrecords/index.php

4.    Cause list of Indian Courts
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=7

5.    Court Judgments (JUDIS )
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=24

6.    Daily Court Orders/Case Status
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=21

7.    Acts of Indian Parliament
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=13

8.    Exam Results
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=16

9.    Speed Post Status
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=10

10. Agricultural Market Prices Online
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Book/File/Lodge:
1.     Train Tickets Online
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=5

2.     Air Tickets Online
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=4

3.     Income Tax Returns
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4.     Complaint with Central Vigilance Commission (CVC)
http://www.india.gov.in/howdo/otherservice_details.php?service=14

Contribute to:
1.      Prime Minister's Relief Fund
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Others:
1.      Send Letters Electronically
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Global Navigation  
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2.     Business (External website that opens in a new window)
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3.     Overseas
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10.    Acts
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11.  Rules
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PLS FORWARD TO ALL GROUPS AND FRIENDS.
Keep this msg handy...u may need it anytime.

Thursday 16 October 2014

कीमत

��मुस्कान,
हमारे चेहरे की कीमत बढ़ाती है...
��प्रेम,
हमारे ह्रदय की कीमत बढ़ाता है...
��सच्चाई,
हमारे विचारों की कीमत बढ़ाती है....
��आदर,
हमारे संस्कारों की कीमत बढ़ाता है...
��ईमानदारी,
हमारे व्यवहार की कीमत बढ़ाती है...
��मधुरता,
हमारी वाणी की कीमत बढ़ाती है...
��ज्ञान,
हमारे अभिप्राय की कीमत बढ़ाता है...
��संयम,
हमारे चरित्र की कीमत बढ़ाता है....
और
��मित्र और परिवार,
हमारे जीवन की कीमत बढ़ाते हैं।
������������������

Tuesday 14 October 2014

कृष्ण से पहले राधा का नाम क्यों?

कृष्ण से पहले इसलिए लिया जाता है राधा का नाम।
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भगवान श्री कृष्ण के नाम से पहले हमेशा भगवती राधा का नाम लिया जाता है। कहते हैं कि जो व्यक्ति राधा का नाम नहीं लेता है सिर्फ कृष्ण-कृष्ण रटता रहता है वह उसी प्रकार अपना समय नष्ट करता है जैसे कोई रेत पर बैठकर मछली पकड़ने का प्रयास करता है।
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श्रीमद् देवीभाग्वत् नामक ग्रंथ में उल्लेख मिलता है कि जो भक्त राधा का नाम लेता है भगवान श्री कृष्ण सिर्फ उसी की पुकार सुनते हैं। इसलिए कृष्ण को पुकारना है तो राधा को पहले बुलाओ। जहां श्री भगवती राधा होंगी वहां कृष्ण खुद ही चले आएंगे।
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पुराणों के अनुसार भगवान कृष्ण स्वयं कहते हैं कि राधा उनकी आत्मा है। वह राधा में और राधा उनमें बसती है। कृष्ण को पसंद है कि लोग भले ही उनका नाम नहीं लें लेकिन राधा का नाम जपते रहें।
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इस नाम को सुनकर भगवान श्री कृष्ण अति प्रसन्न हो जाते हैं। इसका उल्लेख श्री कृष्ण जी ने नारद से किया है। इस संदर्भ में कथा है कि व्यास मुनि के पुत्र शुकदेव जी तोता बनकर राधा के महल में रहने लगे।
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शुकदेव जी हमेशा राधा-राधा रटा करते थे। एक दिन राधा ने शुकदेव जी से कहा कि अब से तुम सिर्फ कृष्ण-कृष्ण नाम जपा करो। शुकदेव जी ऐसा ही करने लगे। इन्हें देखकर दूसरे तोता भी कृष्ण-कृष्ण बोलने लगे।
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राधा की सखी सहेलियों पर भी कृष्ण नाम का असर होने लगा। पूरा नगर कृष्णमय हो गया, कोई राधा का नाम नहीं लेता था। एक दिन कृष्ण उदास भाव से राधा से मिलने जा रहे थे। राधा कृष्ण की प्रतीक्षा कर रही थी।
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तभी नारद जी बीच आ गए। कृष्ण के उदास चेहरे को देखकर नारद जी ने पूछा कि प्रभु आप उदास क्यों है। कृष्ण कहने लगे कि राधा ने सभी को कृष्ण नाम रटना सिखा दिया है। कोई राधा नहीं कहता, जबकि मुझे राधा नाम सुनकर प्रसन्नता होती है।
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कृष्ण के ऐसे वचन सुनकर राधा की आंखें भर आईं। महल लौटकर राधा ने शुकदेव जी से कहा कि अब से आप राधा-राधा ही जपा कीजिए। उस समय से ही राधा का नाम पहले आता है फिर कृष्ण का।
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राधा कृष्ण की तरह सीता का नाम भी राम से पहले लिया जाता है। असल में राम और कृष्ण दोनों ही एक हैं और राधा एवं सीता भी एक हैं। यह हमेशा नित्य और शाश्वत हैं।
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क्योंकि यही लक्ष्मी और नारायण रूप से संसार का पालन करते हैं। नारायण लक्ष्मी से अगाध प्रेम करते हैं। यह हमेशा अपने हृदय में बसने वाली राधा का नाम सुनना चाहते हैं। इसलिए ही कृष्ण नाम से पहले राधा नाम लिया जाता है।

Sunday 12 October 2014

तीन चीजें

√. तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है -
ईश्वर, परिश्रम और विद्या।
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•√. तीन चीजों को कभी छोटी ना समझे -
बिमारी, कर्जा और शत्रु।
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•√. तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो -
मन, काम और लोभ।
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•√. तीन चीज़ें निकलने पर वापिस नहीं आती -
तीर कमान से, बात जुबान से और प्राण शरीर से।
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•√. तीन चीज़ें कमज़ोर बना देती है -
बदचलनी, क्रोध और लालच।
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•√. तीन चीज़ें कोई चुरा नहीं सकता -
अकल, चरित्र और हुनर।
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•√. तीन व्यक्ति वक़्त पर पहचाने जाते हैं -
स्त्री, भाई और दोस्त।
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•√. तीनों व्यक्ति का सम्मान करो -
माता, पिता और गुरु।
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•√. तीनों व्यक्ति पर सदा दया करो -
बालक, भूखे और पागल।
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•√. तीन चीज़े कभी नहीं भूलनी चाहिए -
कर्ज़, मर्ज़ और फर्ज़।
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•√. तीन बातें कभी मत भूलें -
उपकार, उपदेश और उदारता।
•√. तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं -
सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु।
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•√. तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं -
चोरी, निंदा और झूठ।
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•√. तीन चीज़ें हमेशा दिल में रखनी चाहिए -
नम्रता, दया और माफ़ी।
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•√. तीन चीज़ों पर कब्ज़ा करो -
ज़बान, आदत और गुस्सा।
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•√. तीन चीज़ों से दूर भागो -
आलस्य, खुशामद और बकवास।
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•√. तीन चीज़ों के लिए मर मिटो -
धेर्य, देश और मित्र।
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•√. तीन चीज़ें इंसान की अपनी होती हैं -
रूप, भाग्य और स्वभाव।
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•√. तीन चीजों पर अभिमान मत करो –
धन, ताकत और सुन्दरता।
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•√. तीन चीज़ें अगर चली गयी तो कभी वापस नहीं आती -
समय, शब्द और अवसर।
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•√. तीन चीज़ें इन्सान कभी नहीं खो सकता -
शान्ति, आशा और ईमानदारी।
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•√. तीन चीज़ें जो सबसे अमूल्य है -
प्यार, आत्मविश्वास और सच्चा मित्र।


Tuesday 7 October 2014

भजन

(1) बड़ी देर भई नंदलाला
तेरी राह तके बृजबाला
ग्वाल-बाल इक-इक से पूछे
कहाँ है मुरली वाला रे
बड़ी देर भई नंदलाला

कोई ना जाए कुञ्ज गलिन में, तुझ बिन कलियाँ चुनने को
तरस रहे हैं जमुना के तट, धुन मुरली की सुनने को
अब तो दरस दिखा दे नटखट, क्यों दुविधा मे डाला रे
बड़ी देर भई नंदलाला...

संकट में है आज वो धरती, जिस पर तूने जनम लिया
पूरा कर दे आज वचन वो, जो गीता में जो तूने दिया
तुम बिन कोई नहीं है मोहन, भारत का रखवाला रे
बड़ी देर भई नंदलाला...
.
.
(2)
राधिका गोरी से, बृज की छोरी से,
मैया करा दै मेरो ब्याह,

उमर तेरी छोटी रे, नज़र तेरी खोटी रे
कैसे करायदऊँ तेरो ब्याह ।

राधिका गोरी से, बृज की छोरी से,
मैया करा दै मेरो ब्याह,

जो न ब्याह कराये,
तेरी गैया नाहि चराऊँ,
आज के बाद मेरी मैया,
तेरी दहली पर नाय आऊँ,
आएगा रे मज़ा, रे मज़ा,
अब जीत हार का

राधिका गोरी से, बृज की छोरी से,
मैया करा दै मेरो ब्याह,

चंदन की चौकी पै
मैया तोहे बैठाऊं

अपनी राधा से में
चरण तेरे दबवाऊँ

और, भोजन में बनवाउंगा, बनवाउंगा,
छप्पन प्रकार के । ।

राधिका गोरी से, बृज की छोरी से,
मैया करा दै मेरो ब्याह,

उमर तेरी छोटी रे, नज़र तेरी खोटी रे
कैसे करायदऊँ तेरो ब्याह ।

छोटी सी दुल्हनिया
जब अंगना में डोलेगी

तेरे सामने मैया
वो घूंघट ना खोलेगी
दाऊ से जा कहो, जा कहो
बैठेंगे द्वार

राधिका गोरी से....

राधिका गोरी से, बृज की छोरी से,
मैया करा दै मेरो ब्याह,

उमर तेरी छोटी रे, नज़र तेरी खोटी रे
कैसे करायदऊँ तेरो ब्याह ।

सुन बातें कान्हा की,
मैया बैठी मुसकाये

लेके बलाइयां मैया,
हिवडे से अपने मैया

नज़र कहीं लग जाए ना, लग जाए ना

राधिका गोरी से, बृज की छोरी से,
मैया करा दै मेरो ब्याह,

उमर तेरी छोटी रे, नज़र तेरी खोटी रे
कैसे करायदऊँ तेरो ब्याह ।
राधिका गोरी से,
बृज की छोरी से
कान्हा करायदऊँ तेरो ब्याह ।
.
.
(3) देखो देखो यह गरीबी,यह गरीबी कहा ले
कृष्ण के द्वार पे विश्वास  लेके आया हूँ
मेरे बचपन का यार  है मेरा श्याम,
यह ही सोच कर मै आस कर के आया हूँ.

अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो-……….2
के द्वार पे सुदामा गरीब आगया है……….2.
हा… भटकते भटकते ना जाने कहा से,……..2,
तुम्हारे महल के करीब आगया है………..2
ओऊ…अरे द्वारपालों उस कन्हैया से कह दो,
के द्वार पे सुदामा गरीब आगया है………2

ना सरपे है पगरी ना तन पे है जामा,
बातादो कन्हैया को नाम है सुदामा.
हा…बातादो कन्हैया को नाम है सुदामा.
.ना सरपे है पगरी,बतादो कन्हैया को नाम है सुदामा…………2

एक बार मोहन से जा कर के कहे दो,………..2
के मिलने सखाबद‍नसीब पद नसीब आगेया है
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,

के द्वार पे सुदामा गरीब आगेया है

सुनते ही   दौड़े   चले आये मोहन,
लागाया गले से सुदामा को मोहन.
हा…लागाया गले से सुदामा को मोहन

सुनते ही   दौड़े   चले आये मोहन,

लागाया गले से,  सुदामा को मोहन.

हुआ रुक्स्मानी को बहुत ही अचंभा,……….2
यह मेहमान कैसा अजीब आगेया है…………2

हुआ रुक्स्मानी को बहुत ही अचंभा,……….2
यह मेहमान कैसा अजीब आगेया है…………2
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो-……….2
के द्वार पे सुदामा करीब आगया है……….2.

बराबर अपने बिठाया   सुदमा को
चरण आँसुओं से श्याम ने  धुलाये
ना घबरायो प्यारे जरा तुम सुदमा
खुशी का समां तेरे गरीब आ गया है
के दर  पे सुदमा गरीब आ गाया है

Sunday 5 October 2014

शान्ति मन्त्राणि

शान्ति मन्त्राणि

अन्यनि श्लोकाणि :
सुभाषितम्
चाणक्य नीति
मन्त्राणि
शान्ति मन्त्राणि
गुरु वन्दना
पणिग्रहण
उपनिषद्

ॐ ध्यौः शान्तिः अन्तरिक्ष शान्तिः आपः शान्तिः
औषधयः शान्तिः वनस्पतयः शान्तिः ।
विश्वेदेवाः शान्तिः व्रह्म शान्तिरेव शान्तिः सा मा शान्तिरेधि ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः !!

....... ॐ .......
ॐ सर्वेषां स्वस्तिर्भवतु सर्वेषां शान्तिर्भवतु ।
सर्वेषां पूर्णं भवतु सर्वेषां मङ्गलं भवतु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः !!

....... ॐ .......
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः ।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाक् भवेत् ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः !!

....... ॐ .......
ॐ असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय मृत्योर्माऽमृतं गमय ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

....... ॐ .......
ॐ सह नाववतु सह नौ भुनक्तु सह विर्यं करवावहे ।
तेजस्विनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः !!

....... ॐ .......
ॐ शन्नो मित्रः शं वरुणः शं नो भवत्यर्यमा
शंन इन्द्रो बृहस्पतिः शंनो विष्णुरुरुक्रमः नमो ब्रह्मणे नमस्ते वायो
त्वमेव प्रत्यक्षं ब्रह्मासि त्वामेव प्रत्यक्षं ब्रह्मवदिष्यामि
ऋतं वदिष्यामि सत्यंवदिष्यामि
तन्मामवतु तद्वक्तारमवतु अवतुमाम् अवतुवक्तारं ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः !!

....... ॐ .......
ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्चते ।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः !!

....... ॐ .......
ॐ भद्रं कर्णभिः श्रुणुयाम देवाः
भद्रंपश्येमाक्षभिर्यत्राः स्थिरै रंर्गैस्तुष्टुवागंसस्तनूभिः व्यशेमदेवहितं यदायुः
स्वस्तिन इन्द्रो वृध्धश्रवाः स्वस्तिनः पूषा विश्ववेदाः
स्वस्तिनस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः स्वस्तिनो बृहस्पतिर्दधातु
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः !!

....... ॐ .......

Saturday 4 October 2014

राधिका गोरी से

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह ……..2
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो ब्याह …….2
जो नही ब्याह करये तेरी गैया नही चरऊ
आज के बाद मेरी मैया तेरी देहाली पर ना आऊ
आयेगा रे मजा रे मजा अब जीत हार का

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह ……..2
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो ब्याह …….2

चंदन की   चोव्की पर मैया तुज को बिठाऊँ
अपनी राधा से मै चरण तेरे दबावों
भोजन  मै बनवाऊँगा, बनवाऊँगा  छप्पन  प्रकार के

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह ……..2
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो ब्याह …….2

छोटी सी दुल्हनिया जब अँगना में डोलएगी
तेरे सामने मैया वो घूँघट ना खोलेगी
दउ से जा कहो जा कहो बैठेंगे द्वार पे

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह ……..2
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो ब्याह …….2

सुन बातें कान्हा की मैया बैठी मुस्कयन
लेके बलिया मैया  हृदय  से अपने लगाये
नजर कहि लग जाएँ ना लग जाएँ न मेरे लाल को

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह ……..2
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो  ब्याह…….2

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह ……..2
कान्हा करा दु तेरो ब्याह ……………..4