Wednesday, 8 August 2018

राखी, ननद और भाभी

ननद ने अपनी भाभी को फोन किया और पूछा : भाभी मैंने राखी भेजी थी मिल गयी क्या आप लोगों को ???
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भाभी : नहीं दीदी अभी नहीं मिली
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ननद : भाभी कल तक देख लो अगर नहीं मिली तो मैं खुद आऊंगी राखी लेकर
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अगले दिन भाभी ने खुद फोन किया : हाँ दीदी आपकी राखी मिल गयी है, बहुत अच्छी है  Thank you Didi
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ननद ने फोन रखा और आँखों में आंसू लेकर सोचने लगी "लेकिन भाभी मैंने तो अभी राखी भेजी ही नहीं और आपको मिल भी गयी !!!"
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"""यह बहुत पुरानी कहानी कई जगह अब सच होने लगीं हैं दोस्तों कृपया अपने *पवित्र रिश्तों* को सिमटने और फिर टूटने से बचाएं क्योंकि रिश्ते हमारे जीवन के फूल हैं जिन्हें ईश्वर ने खुद हमारे लिए खिलाया है...
रिश्ते काफी अनमोल होते है इनकी रक्षा करे

बहन बेटी पर किये गए खर्च
से हमेशा फ़ायदा ही होता है
बहने हमसे चंद पैसे लेने नही बल्कि हमे बेसकिमति दुआएं देने आती है, हमारी बलाओं को टालने आती है, अपने भाई भाभी व परिवार को मोहब्बत भरी नज़र से देखने आती है
मायका एक बेटी के लिये मायाजाल की तरह होता है। वह मरते दम तक इसे नही भूला पाती।
बाबुल का घर और बचपन की यादें शायद ही कोई बेटी भुला पाती होगी।
प्लीज एक बेटी को
एक बहिन को
एक बुआ को
एक ननद को
उसके अधिकार से वंचित मत कीजिए।
उसे प्रेमपूर्वक आमंत्रित कीजिए।
आज ही फोन उठाइये और राखी के लिए इनवाइट कीजिए कि दीदी टाइम पर आ जाइएगा। आपका बेसब्री से इंतजार रहेगा।
आपके फोन का कमाल ये होगा कि दीदी अगले कुछ दिनों तक चिड़िया की तरह चहक उठेगी। बेसब्री से मायके आने के सपने गुंदने में लग जाएगी।
यकीन नही तो आप करके देखिए ।।।।।एक फोन।।।
आप दिल से ननद को बुलाने की तैयारी कीजिए। ईश्वर सब देखता है। एक फोन आपके पास भी आएगा।
आपके वजूद को महकाने के लिए।
आपके लबों पर मुस्कान लाने के लिए।
आपके बचपन मे ले जाने के लिए
बाबुल के घर बुलाने के लिए😑 हाँ,, बाबुल के घर,,

खुश रहिए
मुस्कराते रहिए।
ईश्वर करे आपके घर रिश्ते खूब फले-फुले।
बात दिल को लगी हो तो एक शेयर कर दीजिए।
🙏धन्यवाद🙏
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उक्त कथा का एक सौहार्दपूर्ण एवं अनुकरणीय संस्करण....
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आशा है कि आप पढ़ेंगे और comment भी करेंगे.. 🙏
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ननद ने अपनी भाभी को फोन किया और पूछा : भाभी मैंने राखी भेजी थी मिल गयी क्या आप लोगों को ???
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भाभी : नहीं दीदी अभी नहीं मिली
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ननद : भाभी कल तक देख लो अगर नहीं मिली तो मैं खुद आऊंगी राखी लेकर
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अगले दिन भाभी ने खुद फोन किया : नहीं दीदी! आपकी राखी अभी तक नहीं मिली है।
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ननद ने कहा:- कोई बात नहीं भाभी, आज और कल का दिन और देख लीजिए, नहीं तो मैं ही आ जाउंगी!!!"
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अगले दिन भाभी ने खुद फोन किया : नहीं दीदी! आपकी राखी अभी तक नहीं मिली है। राखी नज़दीक है, आप ही आ जाइए।
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ननद ने फोन रखा, और चल पड़ी और राखियां, मिठाइयाँ और उमंग लिए, अपने मायके पहुँच गई।
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राखी बाँधी, सबसे मिली, सबसे खूब बातें, हँसी मज़ाक हुई।
चलने लगी तो मना करते करते भी भाभी ने खूब सारा सामान साथ रख दिया।
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माँ से विदा लेने पहुँची तो माँ ने उलाहना देते हुए कहा:- जल्दी आया कर। तुझे याद नहीं आती क्या मेरी? मेरा ख्याल नहीं आता?
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ननद बोली:- उधर भी तो माँ है, और फिर इधर भाभी भी तो है आपके पास।
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आँखों में आँसू लिए माँ बोली:- सचमुच बहुत ख़्याल रखती है सबका, तेरी भाभी। तुझे बुलाने के लिए झूठ भी बोला।
तेरी राखी तो बहुत दिन पहले ही आ गई थी। पर इसने सबको अपनी कसम दिलाई कि कोई भी दीदी को नहीं बताएगा। बहुत दिन हुए उन्हें आए।
कोई मस्ती मज़ाक भी नहीं किया। इस बार राखी बाँधने के बहाने से ही उनको बुलाना है।
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ननद रास्ते भर मायके की मीठी यादों में खोई सोच रही थी....
ऐसी बहू और भाभी सबको मिले....
ईश्वर मुझे भी इनका अनुसरण करने की शक्ति दें।
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दोस्तों कृपया ध्यान रखें कि हमारे शब्दों और भावों से कोई भी आहत न हों।
कृपया अपने *पवित्र रिश्तों* को सिमटने और फिर टूटने से बचाएं क्योंकि रिश्ते हमारे जीवन के फूल हैं जिन्हें ईश्वर ने खुद हमारे लिए खिलाया है...
रिश्ते काफी अनमोल होते है इनकी रक्षा करे

बहन बेटी पर किये गए खर्च
से हमेशा फ़ायदा ही होता है
बहने हमें बेशकीमतती दुआएं देने आती है, हमारी बलाओं को टालने आती है, अपने भाई भाभी व परिवार को मोहब्बत भरी नज़र से देखने आती है।
बाबुल का घर और बचपन की यादें शायद ही कोई बेटी भुला पाती होगी।
प्लीज एक बेटी को
एक बहिन को
एक बुआ को
एक ननद को प्रेमपूर्वक आमंत्रित कीजिए।
आज ही फोन उठाइये और राखी के लिए इनवाइट कीजिए कि दीदी टाइम पर आ जाइएगा। आपका बेसब्री से इंतजार रहेगा।
आपके फोन का कमाल ये होगा कि दीदी अगले कुछ दिनों तक चिड़िया की तरह चहक उठेगी। बेसब्री से मायके आने के सपने गुंदने में लग जाएगी।
यकीन नहीं तो आप करके देखिए ।।।।।एक फोन।।।
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बात दिल को लगी हो तो एक शेयर कर दीजिए।
🙏धन्यवाद🙏

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